Sunday 31 October 2021

रामलीला समिति अध्यक्ष नीरज सिंह सेंगर ने नवरात्रि दशहरे महोत्सव में साफ सफाई व जल निकासी की व्यवस्था करने पर समस्त नगर पंचायत असोथर टीम को सम्मानित कर अभिवादन किया!

आज दिनांक  31/10/2021 को नगर पंचायत असोथर के नगर पंचायत कार्यालय में नवरात्रि व विजयादशमी( दसहरा महोत्सव) में रामलीला मैदान ,प्रांगण,सड़क( साफ सफाई) व जल निकासी की व्यवस्था के लिए माननीय अजय कुमार पाण्डे( अधिशासी अधिकारी- E.O) नगर पंचायत असोथर व उनकी समस्त टीम , समस्त सफाई कर्मी को सम्मानित किया गया व उत्कृष्ट कार्य के लिए रामलीला समिति आभार/ धन्यवाद प्रगट करता है आप सभी बधाई के पात्र हैं 



नीरज सिंह सेंगर
अध्यक्ष रामलीला समिति असोथर 
मो.98384 63681

Thursday 2 January 2020

फतेहपुर के शैलू शुक्ला के ‘‘ऋतिक एक संघर्ष’’ एलबम ने लांच होते ही मचाई धूम

कोरियोग्राफर ऋतिक शुक्ला के जीवन पर आधारित है एलमब

कोरियोग्राफर बनकर जिले का नाम रोशन करने वाले ऋतिक शुक्ला मार्ग दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल होने के बावजूद उनके हौसलों में कमी नहीं आयी और उन्होने अपने जीवन पर आधारित एक नया एलबम ‘‘ऋतिक एक संघर्ष’’ में कड़ी मेहनत करके उसे लांच कर दिया। 
लांचिंग होते ही एलबम ने यू-ट्यूब पर धूम मचा रही है। 
दिनों दिन व्यूवर्स की संख्या बढ़ती जा रही है। 
जिससे ऋतिक के हौसलों में पंख लग गये हैं। 
लांचिंग के दौरान कोरियोग्राफर ऋतिक शुक्ला व साथी कलाकार।
बताते चलें कि एक साधारण परिवार में जन्में ऋतिक शुक्ला ने अपने कैरियर की शुरूआत कोरियोग्राफर के क्षेत्र से की थी। 
मुम्बई मायानगरी पहुंचकर उन्होने कई बड़े कलाकारों के साथ काम भी किया था। 
लेकिन अचानक दो वर्ष पूर्व वह मार्ग दुर्घटना में घायल हो गये और लगभग दो सालों तक उनका उपचार लगातार चलता रहा। घर पर रहने के बावजूद उनके हौसले पस्त नहीं हुए और उन्होने कोरियोग्राफर के क्षेत्र में फिर से काम करने का मन बनाया और अपने सहयोगी कलाकारों के साथ अपने जीवन पर आधारित एलबम ‘‘ऋतिक एक संघर्ष’’ की शूटिंग करके उसे पूरा किया और यू-ट्यूब पर लांचिंग की। 
लांचिंग होते ही एलबम ने धूम मचा दी। 
कोरियोग्राफर ऋतिक शुक्ला ने एक बार फिर से जनपद का नाम रोशन करने का काम किया। 
कहते हैं कि यदि इंसान में हौसला हो तो वह क्या नहीं कर सकता। यह लाइनें ऋतिक शुक्ला पर बिल्कुल फिट बैठती हैं। 
इस बात पर जब कोरियोग्राफर श्री शुक्ला से बात की गयी तो उन्होने बताया कि एलबम ने लांच होते ही धूम मचा दी है। 
दिनों दिन व्यूयर्स की संख्या बढ़ती जा रही है। 
जिससे उन्हें फिर से हौसला मिला है। 
उन्होने बताया कि एलबम उनके जीवन पर आधारित है। 
उन्होने बताया कि अभी भी वह पूरी तरह से स्वस्थ नही है इसके बावजूद उनके हौसले पस्त नहीं हुए हैं। 
उन्होने कहा कि पूरी तरह से स्वास्थ्य लाभ मिलने के बाद वह जल्द ही जनता के बीच एक नई भोजपुरी फीचर फिल्म लेकर आयेंगे। 
इसके लिए उन्होने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। 
कई भोजपुरी कलाकारों से उनकी बातचीत चल रही है। 
लोगों का प्यार व आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहा तो शीघ्र ही वह नई भोजपुरी फिल्म लाकर एक बार फिर लोगों को अचंभित करने का काम करेंगे। 

Sunday 29 December 2019

मृत्यु भोज होना चाहिए या नहीं?

मृत्यु भोज से संबंधित एक वाक्य मैने पढ़ा था की जब किसी जानवर का साथी मर जाता है तो वह दिन भर चारा नहीं खाता जबकि 84 लाख योनियों में सर्वश्रेष्ठ मनुष्य ,आदमी की मृत्यु पर हलवा पूरी खाकर शोक मानाने का ढोंग रचाता है ।
इससे बढ़कर निंदनीय कार्य क्या हो सकता है ।
वैसे सबकी अपनी अपनी विचारधारा है जब किसी परिवार में कोई एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो क्या उसके परिवार में उस व्यक्ति की आत्मा को शांति दिलाने के लिए भोज कराने क्षमता बची होगी परंतु समाज ने प्रथा बनाकर रखी है तो मजबूरी वश उस परिवार को भोज कराना पड़ेगा क्योंकि उनके मन में ये बात शुरू से भर दी गयी है कि मृत्यु भोज आत्मा की शान्ति के लिए होता है ये बात खटकने लगेगी की भोज नही कराया तो आत्मा को शांति कैसे मिलेगी और वो भी मृत्यु भोज करवाएंगे किसी भी हलात में ।

यही बात अकाल मृत्यु पर भी होती है ।
तो बात ये है कि आज हम जगह जगह पर सुनते है कि आज इस समाज की बैठक है इस मुद्दे पर तो क्यों न एक बैठक मृत्यु भोज पर भी की जाये और सर्वसम्मति से इस पर रोक लगाई जाए क्योंकि यदि धनिक भोज कराये और निर्धन न कराये तो ये तो दोहरे मापदंड हो जायेंगे फिर हम सब एक कैसे हो पायेंगे।

मेरी लेखनी कितना बदल गया इंसानfacebook.com/ABHISHAR100

Saturday 8 December 2018

Abhishar Vikram Singh Jansatta Dal Asothar

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414

Abhishar Vikram Singh Anshu singh Asothar Fatehpur

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414




Abhishar Vikram Singh Asothar Fatehpur

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414


अभिषार विक्रम सिंह असोथर फतेहपुर

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414


जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414

अभिषार विक्रम सिंह गढ़ी परिवार असोथर फतेहपुर


अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
गढ़ी परिवार असोथर
Garhi Parivar Asothar
फतेहपुर उत्तर प्रदेश
Fatehpur Uttar Pradesh
जनसत्ता दल लोकतांत्रिक असोथर
Jansatta Dal Loktantrik Asothar
अंशु सिंह असोथर
Anshu Singh Asothar
9151223414

Tuesday 23 October 2018

गढ़ी परिवार असोथर

असोथर/फतेहपुर
अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
Anshu Singh
9151223414

Asothar

असोथर
अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh

अभिषार विक्रम सिंह

अभिषार विक्रम सिंह
Abhishar Vikram Singh
Asothar Fatehpur
Anshu Singh
9151223414

असोथर:-

असोथर कस्बा असोथर जनपद फतेहपुर मुख्यालय से ३० किलोमीटर और नेशनल हाईवे थरियांव से १२ किलोमीटर कि दूरी पर यमुना नदी में किनारे पर फतेहपुर जनपद के मुख्यालय के दक्षिणी सीमा पर स्थित है। ११वी शताब्दी के मध्य राजा भगवंत राय खींची जी ने इसे बसाया था। गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वस्थामा ने महाभारत काल में ब्रम्हास्त्रपाने के लिए यहीं पर आकर तपस्या की थी , तभी से इस बस्ती का नाम असुफल हो गया जो कालान्तर में असोथर के नाम से जाने जाना लगा । खीची वंश के राजाओं में राजा भगवंत राय ने अश्वस्थामा का मन्दिर बनवाया । ऐसी मान्यता है कि अश्वस्थामा आज भी अजर - अमर है और अपनी तपोस्थली व मोटे महादेव मंदिर में आज भी पूजा अर्चना करने आते हैं । तभी तो समूचे क्षेत्र को अश्वस्थामा का मन्दिर आस्था और विश्वास में समेटे हुए है । कहते हैं कि महाभारतकाल में पांडव अज्ञातवास के दौरान यहाँ टिके थे। जनपद फतेहपुर के मुख्य पर्यटक स्थलों के रूप में विख्यात पांडवकालीन प्राचीन मंदिर बाबा अश्वस्थामा धाम , सिद्ध पीठ मोटे महादेव मंदिर असोथर के दक्षिण में स्थित है

दशहरा 2018 असोथर

अभिषार विक्रम सिंह।

Abhishar Vikram Singh

Anshu Singh

Asothar Fatehpur
Asothar
Raj parivar Garhi
9151223414